ओलम्पिक का सफरनामा

ओलम्पिक 1896 सुखद शुरुआत

हम सब जानते हैं कि आधुनिक ओलम्पिक की शुरुआत 1896 में हुई थी. इस तथ्य के बाद भी एक मिथक को ज्यादा मान्यता प्राप्त है कि हेरावालेस ने अपने पिता की याद में ओलंपिया (यूनान) में इस खेल की शुरुआत की थी। खेल होते रहे, रुकते रहे....................सन 1859 में इवेंगोलास ने पैसा उपलब्ध कराकर फ़िर से ओलम्पिक की शुरुआत कराई. सन 1870 और सन 1875 में टूर्नामेंट होने के बाद यह लगातार जारी नहीं रह सका.

आधुनिक ओलम्पिक की शुरुआत

कहा जाता है कि फ्रांस के पियारे दी कुबर्तिन ने ओलम्पिक को नए सिरे से शुरू करने का बीडा उठाया. उन्हों ने 1894 में अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति का गठन कर 1896 में एथेंस (यूनान) से इन खेलों के आयोजन की परम्परा शुरू की. 06 अप्रैल से लेकर 15 अप्रैल तक चले पहले ओलम्पिक में 14 देशों के 241 एथलीटों ने भाग लिया था.

मशाल

पहले आयोजन में मशाल पूरे समय तक नहीं जलाई गई थी, इस परम्परा कि शुरुआत सन 1928 से एम्सटरडम में शुरू हुई।

पहला पदक

ओलम्पिक का पहला पदक अमेरिका के जेम्स कोनोली को ट्रिपल जम्प में मिला था। वह ओलम्पिक का पहला पदक पाने वाले एथलीट बने. उस समय प्रथम को स्वर्ण पदक न दिए जाने के कारण इन्हें भी स्वर्ण न देकर रजत दिया गया था.

पहले ओलम्पिक का मैराथन चैम्पियन

यह दौड़ यूनान के स्पायार्दन लुईस ने जीती थी. आश्चर्य की बात है कि लुईस पेशे से चरवाहा था. इस दौड़ के एतिहासिक महत्व होने के कारण यूनान इसे हर हाल में जीतना चाहता था. लुईस ने यह रेस सात मिनट और चार किलोमीटर के फासले से जीती.

Comments

  1. कुमारेन्द्र जी मैं एक सलाह दे रहा हूँ. अगर बुरा न मानें तो आप अपने पोस्ट में कलर का इस्तेमाल मत कीजिये. इससे पढने वालों को थोडी कठिनाई होती है. अच्छी जानकारी अगर ब्लैक में भी रहेगी तो भी लोग उसे पढेंगे और बहुत सराहेंगे. लेकिन अगर कोई बहुत अच्छी सामग्री लाल-पीली होने के कारण पढ़ने में अवरोध पैदा करे तो उस सामग्री को आदमी सामान्यतः नहीं पढता. इसलिए मेरे विचार से शब्दों को बहुत ज़्यादा चटक - मटक बनाने से बेहतर है कि उसके कंटेंट पर ध्यान दीजिये. बाकी आपने जो लिखा है वो मुझे बहुत पसंद आया.
    नदीम अख्तर

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